कोविड के काल में विवेकानंद
कोविड के इस संकट में आज चारों ओर विषाद और निराशा फैले हुए हैं। यह निराशा स्वाभाविक है। कई लोग मारे जा चुके है। चारों तरफ से बुरी खबरें आ रही हैं। कई परिवारों में तो थोड़े-बहुत दिनों के अंतराल में ही कई सदस्यों का निधन हो गया। अब यह वायरस ग्रामीण...
June 16 , 2021