श्रीलंका: सिंहासन खाली करो कि जनता आती है
राष्ट्रकवि स्व. श्री रामधारी सिंह दिनकर की उपरोक्त पंक्तियाँ श्री लंका की वर्तमान परिस्थिति पर अक्षरशः लागू होती हैं। विगत शनिवार को देश के कई संगठनों (बार एसोसिएशन, बौद्ध संगठन, कर्मचारी संघों आदि) के आह्वान पर देश के कोने कोने से प्रदर्शनकारी...
July 13 , 2022