अक्टूबर महीना सोशल मीडिया के दिग्गज फेसबुक एवं उसके व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और मैसेंजर सहित परिवार के लिए अच्छा समाचार नहीं था। 4 अक्टूबर को जब इसकी गंभीर आलोचना हुई तो फ्रांसेस हौगेन नाम की एक व्हिसलब्लोअर, जिन्होंने इसके पहले फेसबुक के आंतरिक शोध-अनुसंधान दस्तावेजों को लीक कर दिया था, उन्होंने एक साक्षात्कार में अपनी पहचान का खुलासा करते हुए फेसबुक पर जनता के मानसिक स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित करके उनकी "सुरक्षा की कीमत पर अपने लाभ" को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया था। [1] फेसबुक की पहले से ही संकटग्रस्त स्थिति में और इजाफा करते हुए 4 अक्टूबर 2021 को एक वैश्विक आउटेज हुआ, जिसने पूरे फेसबुक परिवार के नेटवर्क को लगभग छह घंटे तक पंगु बना कर दिया [2], इससे पूरी दुनिया में कारोबार ठप पड़ गया और उससे अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचा। [3]
एक दूसरे व्हिसलब्लोअर ने फेसबुक के खिलाफ 22 अक्टूबर को अमेरिकी वित्तीय नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) के पास शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उसने "लोगों के हितों के बनिस्बत अपने फायदे" को तरजीह देने का आरोप लगाया [4]। ये ऐसे ही आरोप थे, जैसे हॉगेन ने फेसबुक के खिलाफ लगाए थे। हॉगन ने फेसबुक के खिलाफ सार्वजनिक मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभावों से निपटने में उसकी लापरवाही के आरोपों की बाबत 5 अक्टूबर को अमेरिकी सीनेट के समक्ष गवाही भी दी थी।[5] फिर, वैज्ञानिकों और शिक्षाविदों की एक टीम द्वारा प्रकाशित एक अन्य शोध पत्र में [6] कहा गया कि फेसबुक एल्गोरिदम व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं को विज्ञापन देने के लिए "नैनो-टारगेट" करता है। दूसरे शब्दों में, ऐसे एल्गोरिदम (गणित के सवालों को हल करने के नियमों की एक प्रणाली) का उपयोग केवल एक उपयोगकर्ता को उसके ब्राउज़िंग व्यवहार/रुचियों के आधार पर विशिष्ट विज्ञापन देने के लिए किया जाता है, जिसमें उसे हेर-फेर करने की संभावना होती है।
आरोपों और नकारात्मक प्रचार की इस श्रृंखला के बाद, एक ताजा घटनाक्रम में, फेसबुक ने 28 अक्टूबर को अपनी कंपनी का नाम बदलकर "मेटा" कर दिया [7] और इस तरह खुद को री-ब्रांड किया। इसके बाद, मेटा मूल कंपनी होगी,जिसमें फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप शामिल होंगे। मेटा के एक नए ‘लोगो’ का भी अनावरण कर दिया गया, जो अनंत के आकार प्रतीक नील रंग है। यही लोगो अब मेटा कंपनी का प्रतिनिधित्व करेगा। मेटा नाम को "मेटावर्स" शब्द से लिया गया है, जो फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग का अगला बड़ा विचार है-सिर्फ एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से "मेटावर्स" [8] से फेसबुक के संपूर्ण अस्तित्व को बदलने का। फेसबुक को मेटा में बदलने का यह समय काफी उपयुक्त है क्योंकि यह कंपनी की नकारात्मक छवि को मिटाने में मदद कर सकता है,जिसे उसने पिछले कुछ महीनों में झेला है।
मेटावर्स के बारे में बहुत कुछ अभी तक पूरी तरह से मालूम नहीं है, लेकिन प्रथमदृष्टया यह एक तरह का आभासी ब्रह्मांड होने की उम्मीद है, जो लोगों को जोड़ता है और आभासी वास्तविकता (वीआर) और संवर्धित वास्तविकता (एआर) जैसी उच्च तकनीकों के जरिए एक साथ लाता है, वीआर हेडसेट, एआर ग्लास जैसे हार्डवेयर, रिस्टबैंड और भी बहुत कुछ है, जो इसे उच्च प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग का एक नया स्तर बनाता है। मेटावर्स अभी के लिए सबसे दिलचस्प अवधारणा बन गया है, जो दुनिया भर के निवेशकों के हितों को आकर्षित करता है और जो इस अगले स्तर की तकनीक का लाभ उठाने के लिए उत्सुक हैं।
एक तरफ, जहां फेसबुक बड़े और बेहतर तरीके से वापस आने की योजना बना रहा है। वहीं दूसरी तरफ, दुनिया भर की सरकारें सोशल मीडिया के पर्याप्त विनियमन के साथ ऑनलाइन सुरक्षा बिलों पर जोर दे रही हैं। यूरोपीय संघ का ऐतिहासिक सामान्य डेटा संरक्षण नियम (जीडीपीआर), के मुताबिक आयरिश डेटा संरक्षण आयोग (डीपीसी) ने 13 अक्टूबर को फेसबुक के विरुद्ध व्यक्तिगत डेटा के प्रसंस्करण के संबंध में पारदर्शिता की कमी की शिकायत के आधार पर 36 मिलियन यूरो जुर्माने का प्रस्ताव रखा था। [9] यह जुर्माना एक ऑस्ट्रियाई निजता कार्यकर्ता, मैक्स श्रेम्स द्वारा दर्ज की गई शिकायत पर आधारित था, जिसमें उन्होंने फेसबुक पर जनता के डिजिटल अधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाया था। जुर्माने पर अंतिम फैसला अभी आना बाकी है। इससे पहले, सितम्बर में, आयरिश डीपीसी द्वारा फेसबुक के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप पर गोपनीयता भंग के आधार पर 225 मिलियन यूरो का रिकॉर्ड जुर्माना लगाया गया था। [10]
भारत सरकार के नए सूचना प्रौद्योगिकी नियम-2021 में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पर विशेष जोर देने के साथ सोशल मीडिया को विनियमित करने वाले प्रावधान हैं। इनके अनुपालन करने में विफलता की स्थिति में सोशल मीडिया कंपनियों की 'अंतर्वर्ती' स्थिति (जो उपयोगकर्ताओं की प्रकाशित सामग्री के लिए उसकी कोई जवाबदेही मानने से रोकता है) को हटाई जा सकती है, उस पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है या कानून के तहत दिए जाने दंडित किया जा सकता है। [11] इसके पहले, जनवरी में, फेसबुक के स्वामित्व वाली व्हाट्सएप की नई गोपनीयता नीति ने भारत सरकार और कंपनी के बीच एक बड़ा झगड़ा पैदा कर दिया था, जब सरकार ने नीति में व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा और संप्रभुता के बारे में गंभीर चिंता जताई थी। [12] डेटा गोपनीयता, नकली समाचार, विज्ञापन लक्ष्यीकरण और अभद्र भाषा ऐसे क्षेत्र हैं, जिनमें फेसबुक को विभिन्न सरकारों और कार्यकर्ताओं के बार-बार हमलों का सामना करना पड़ा है। मेटावर्स की मेहनती योजना इन हमलों का जवाब हो सकती है, या इन समस्याओं का समाधान हो सकती है क्योंकि सोशल मीडिया का पूरा विचार ही इसके आगमन के साथ बदल सकता है, जिसके चलते अब उन गड़बड़ियों से निपटने की जरूरत कम पड़ेगी।
फेसबुक ने कहा है कि मेटावर्स एक अकेली कंपनी नहीं होगी, बल्कि दुनिया भर के नीति निर्माताओं, विशेषज्ञों और उद्योग भागीदारों के साथ वह एक सहयोगी प्रयास होगी। [13] यह एक समावेशी प्रौद्योगिकी उद्योग होगा,जो इक्विटी को बढ़ावा देगा, लोगों को आर्थिक अवसर प्रदान करेगा और एक डिजिटल अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करेगा। अभी के लिए, फेसबुक ने अगले पांच वर्षों के भीतर मेटावर्स बनाने के लिए यूरोपीय संघ (ईयू) में 10,000 नई नौकरियों देने और एक्सआर प्रोग्राम्स और रिसर्च फंड के माध्यम से उत्पादों के उत्तरदायी विकास के लिए वैश्विक अनुसंधान में दो साल के लिए $50 मिलियन निवेश की घोषणा की है, जो मेटावर्स को चलाने में सहायता करेगा।
मेटावर्स का विचार निस्संदेह उतना ही नवीन और अद्भुत है, जितना कि दुनिया के लिए एक समय "सोशल मीडिया" का विचार था। लेकिन दुर्भाग्य से एक दशक से भी कम समय के भीतर, सोशल मीडिया का बदसूरत पक्ष अपने प्लेटफॉर्म पर लोगों के डेटा में हेराफेरी करने के लिए एल्गोरिदम के बार-बार दुरुपयोग के आरोप लगने लगे। दुनिया भर की सरकारों, व्हिसलब्लोअर्स और शोधकर्ताओं ने उसकी इन कारस्तानियों का खुलासा करने लगे। लाभ कमाने के लिए लोगों में नकारात्मक भावनाओं को भड़काना फेसबुक पर सबसे डरावने आरोपों में से एक है, जो डेटा वैज्ञानिक व्हिसलब्लोअर फ्रांसेस हॉगेन द्वारा लगाया गया है, जो पहले फेसबुक की सिविक इंटिग्रेटि टीम के साथ काम करती थीं। यह टीम गलत सूचनाओं के मामले से निबटने के लिए बनाई गई है। उन्होंने फेसबुक के आंतरिक शोध-अनुसंधान से गुप्त रूप से कॉपी की गई फाइलें लीक की थीं, वह वॉल स्ट्रीट जर्नल की "फेसबुक फाइल्स सीरीज़" में प्रकाशित हुई थीं [14] । इन दस्तावेजों में उल्लेख किया गया है कि सोशल मीडिया कंपनी ने गलत सूचना से निपटने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए। फाइलों के अनुसार, फेसबुक के आंतरिक शोध से यह भी पता चला है कि इंस्टाग्राम ने किशोर लड़कियों के मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाया है।
मार्क जुकरबर्ग ने 6 अक्टूबर को एक फेसबुक पोस्ट में [15] कहा कि फेसबुक गलत सूचना के मुद्दों को गंभीरता से लेता है और लोगों की भलाई का ख्याल रखता है। उसके विरुद्ध लगाए गए आरोप फेसबुक के इरादों की गलत व्याख्या करते हैं क्योंकि कंपनी हानिकारक सामग्री से लड़ने के लिए अपने अनुसंधान पर बहुत अधिक निवेश करती है। जहां तक लक्षित वीडियो का संबंध है तो वायरल वीडियो की कम संख्या और मित्रों और परिवार से अधिक सामग्री वास्तव में लोगों के लिए अपने प्लेटफॉर्म पर कम समय बिताने के लिए थी, न कि मुनाफे कमाने के लिए। बच्चों पर फेसबुक प्लेटफॉर्म के प्रभाव के बारे में, उन्होंने कहा कि उन्हें इससे पूरी तरह से दूर रखने की बजाय एक सुरक्षित तकनीक का निर्माण करना अधिक महत्त्वपूर्ण है। हालांकि नीति-निर्माताओं और माता-पिता से अधिक चर्चा करने और विचार के लिए "इंस्टाग्राम किड्स" प्रोजेक्ट को अभी रोक कर रखा गया है। [16] साथ ही, फेसबुक ने बेहतर आयु-उपयुक्त अनुभव के लिए अद्यतन इंटरनेट नियमों की वकालत की है।
नियामकों से इस तरह की सख्त जांच के तहत, फेसबुक एक संरचनात्मक पुनर्गठन और बड़े पैमाने पर निवेश में खुद को रीब्रांडिंग में आश्रय चाहता है, जो निश्चित रूप से अस्थायी रूप से एल्गोरिथम बहस से मेटावर्स पर ध्यान केंद्रित कर सकता है। मेटावर्स एक प्रौद्योगिकी क्रांति हो सकती है, जो तकनीकी उद्योगों और स्टार्ट-अप को व्यापक रूप से लाभान्वित कर रही है, जो आने वाले दशक में इसे बनाने में एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा होगा। यह लोगों के अवतार बनाने जा रहा है, जो आभासी वास्तविकता और संवर्धित वास्तविकता की दुनिया का हिस्सा होंगे, जहां वे निर्बाध रूप से यात्रा कर सकते हैं। [17] अवतारों को विभिन्न डिजिटल दुनिया में भी ले जाया जा सकता है, भले ही वास्तविक व्यक्ति पृथ्वी पर कहीं भी हो; यह काफी हद तक एक साइंस फिक्शन फिल्म के समान होगा। यह दोस्तों और परिवार को एक साथ जोड़ने, गेमिंग, हेल्थकेयर एप्लिकेशन और यहां तक कि दूरस्थ कार्यालय के काम के लिए भी लागू होगा।
फेसबुक कंपनी ने पहले ही दुनिया भर में इंटरनेट के तीन अरब मासिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं के साथ उसकी कुल आबादी के लगभग 60 फीसदी आबादी पर अपना कब्जा कर लिया है।[18]
इसके उपयोगकर्ता केवल मित्रों और परिवार के साथ जुड़ने का काम नहीं करते, बल्कि उसके अलावा वे अपने व्यवसाय, संचार, विज्ञापन, विपणन के लिए भी इस पर निर्भर हैं। इंटरनेट का उपयोग अन्य ऐप्स, वेबसाइटों और यहां तक कि हार्डवेयर सिस्टम जैसे स्मार्ट टीवी, और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IOT) उपकरणों में लॉग इन करने के लिए भी किया जाता है, जो स्पष्ट रूप से उपयोगकर्ताओं की दैनिक जीवन में इस पर निर्भरता का संकेतक है। सभी नए मेटावर्स के साथ, सबसे निश्चित रूप से जो बात कही जा सकती है कि यह निर्भरता समय के साथ बढ़ेगी क्योंकि किसी भी तकनीकी प्रगति ने दुनिया को इस पर और अधिक निर्भर बना दिया है, क्योंकि यह जीवन को आसान और बेहतर बनाता है।
इसका मतलब संभवतः यह हो सकता है कि आउटेज की बात को जाने भी दे तो, इस पर किसी भी तरह के साइबर हमले या रैंसमवेयर हमले के मामले में अधिक गंभीर एवं प्रतिकूल प्रभाव हो सकता है। इसके अलावा, चूंकि मेटावर्स एआइ के अधिक अनुप्रयोगों के निर्माण की योजना बना रहा है, इसका मतलब यह भी होगा कि उपयोगकर्ताओं से डेटा की अधिक मात्रा उत्पन्न होगी क्योंकि एआइ सिस्टम को डेटा द्वारा ईंधन देने की आवश्यकता होती है। भविष्य में वास्तविक जीवन के मनुष्यों के अरबों अवतार देखने को मिलेंगे, जो एक आभासी ब्रह्मांड में रह रहे हैं, काम कर रहे हैं और एक समानांतर जीवन जी रहे हैं, लेकिन समस्या यह है कि अगर इसे अनियंत्रित छोड़ दिया जाए, तो यह तकनीक शक्ति प्रभुत्व के एक नए स्रोत में बदल सकती है। इसलिए, नीति-निर्माताओं द्वारा समय-समय पर नए और अद्यतन नियमों में निवेश करना विशेष रूप से एआइ के नैतिक उपयोग और बुनियादी मानवाधिकारों के संरक्षण के संबंध में इस तकनीक-यदि कोई हो-के अंधेरे पक्षों की जांच करने में मदद कर सकता है।
[1] हन्ना टोवी,“दिस 13-मिनट्स वीडियो ऑफ ए फेसबुक व्हिसलब्लोअर इज वन ऑफ दि मोस्ट क्लीयर्ली आर्टिकुलेट आर्ग्युमेंट्स अगेंस्ट फेसबुक यू विल सी”, बिजनेस इनसाइडर, इंडिया, अक्टूबर 4, 2021
[2] फेसबुक इंजीनियरिंग,“अपडेट एबाउट दि अक्टूबर 4वीं आउटेज”, अक्टूबर 4, 2021
[3] मार्क स्विनी, “फेसबुक आउटेज हाइलाइट्स ग्लोबल ओवर-रिलायंस ऑन इट्स सर्विसेज”, दि गार्डियन, अक्टूबर 5, 2021
[4] हन्ना टोवी,“ए न्यू फेसबुक व्हिसिलब्लोअर वाज रिपोर्टेडली टोल्ड बाई कंपनी ऑफिसियल टू 'फोकस ऑन दि गुड' ऑफ्टर रेजिंग प्रॉब्लम्स लाइक इललीगल ड्रग ट्रेडर्स ऑन दि फ्लेटफार्म”, बिजनेस इनसाइडर इंडिया, अक्टूबर 23, 2021
[5] रसेल ब्रैंडम, मकेना केली, और एडी रॉबर्टसन "एवरीथिंग यू नीड टू नो फ्रॉम दि फेसबुक व्हिसलब्लोअर हियरिंग”, दि वर्ज, अक्टूबर 5, 2021
[6] जोस गोंजालेज-कैबनास, एंजेल क्यूवास, रूबेन क्यूवास, जुआन लोपेज-फर्नांडीज और डेविड गार्सिया,“यूनिक ऑन फेसबुक: फार्मुलेशन एंड एविडेंस ऑफ (नैनो) टारगेटिंग इंडिविजुएल यूजर्स विद नन-पीआइआइ डेटा” अक्टूबर 16, 2021
[7] मेटा, “इंट्रोड्यूसिंग मेटा: ए सोशल टेक्नोलॉजी कंपनी”, अक्टूबर 28, 2021
[8] मेटा, “बिल्डिंग दि मेटावर्स रिस्पॉंसिब्ली” सितम्बर 27, 2021
[9] रायटर्स, “आयरिश रेगुलेटर प्रोजेज 36 मिलियन यूरो फेसबुक प्राइवेसी फाइन-डॉक्युमेंट”, अक्टूबर 13, 2021
[10] कॉनर हम्फ्रीज़, "व्हाट्सएप फाइन्ड ए रिकॉर्ड 225 मिलियन यूरो बाइ आयरलैंड ओवर प्राइवेसी”, रायटर्स, सितम्बर 2, 2021
[11] ‘गवर्नमेंट नोटिफाई इन्फार्मेंशन टेक्नोलॉजी (इंटरमीडिएटरी गाइडलाइंस एंड डिजिटल मीडिया एथिक्स कोड) रूल्स 2021’, प्रेस इन्फार्मेंशन ब्यूरो, फरवरी 25, 2021.
[12] ‘व्हाट्सएप आसक्ड टू विदड्रा चेंज टू प्राइवेसी पॉलिसी बाई MeitY’, पेट्र, जनवरी 18, 2021.
[13] मेटा, “ बिल्डिंग दि मेटावर्स रिस्पॉंसिब्ली“, सितम्बर 27, 2021
[14] दि वॉल स्ट्रीट जनरल, “दि फेसबुक फाइल्स ए वॉल स्ट्रीट जनरल इन्वेस्टिगेशन”
[15]https://www.facebook.com/zuck/posts/10113961365418581
[16] एडम मोसेरी, "पॉज़िंग" इंस्टाग्राम किड्स "और बिल्डिंग पेरेंटल सुपरविजन टूल्स", इंस्टाग्राम, सितम्बर 27, 2021
[17]माइक इसाक, “फेसबुक रिनेम्स इटसेल्फ मेटा”, दि न्यूयार्क टाइम्स, अक्टूबर 28, 2021
[18]ब्रायन डीन,“फेसबुक डेमोग्राफिक स्टैटिस्ट्क्स: हाउ मेनी पीपुल यूज फेसबुक इन 2021?”, बैकलिंको, सितम्बर10, 2021
Links:
[1] https://www.vifindia.org/article/hindi/2021/december/15/utkrsht-hota-social-media
[2] https://www.vifindia.org/author/Debopama-Bhattacharya
[3] https://www.vifindia.org/article/2021/november/03/transcending-social-media-facebook-to-meta-amid-controversies
[4] https://lotusarise.com/indian-geographical-extent-and-frontiers-upsc/
[5] http://www.facebook.com/sharer.php?title=उत्कृष्ट होता सोशल मीडिया : विवादों के बीच फेसबुक से मेटा तक &desc=&images=https://www.vifindia.org/sites/default/files/w1280-p16x9-2021-10-28T193057Z_1249183049_RC27JQ9J01QC_RTRMADP_3_FACEBOOK-CONNECT_1.jpg&u=https://www.vifindia.org/article/hindi/2021/december/15/utkrsht-hota-social-media
[6] http://twitter.com/share?text=उत्कृष्ट होता सोशल मीडिया : विवादों के बीच फेसबुक से मेटा तक &url=https://www.vifindia.org/article/hindi/2021/december/15/utkrsht-hota-social-media&via=Azure Power
[7] whatsapp://send?text=https://www.vifindia.org/article/hindi/2021/december/15/utkrsht-hota-social-media
[8] https://telegram.me/share/url?text=उत्कृष्ट होता सोशल मीडिया : विवादों के बीच फेसबुक से मेटा तक &url=https://www.vifindia.org/article/hindi/2021/december/15/utkrsht-hota-social-media